समय
मैं देख रहा हूँ
तुम्हारी बेरूखी
कितनी जटिलता से
बाँध रखे हो
मुझे
मेरी ही जिंदगी के साथ
खड़े कर दिये हो
संघर्ष की दीवार
तुम कहो तो हँसूँ
तुम कहो तो रो दूँ
नचा रहे हो
कठपुतलीयों की तरह
मगर
देख लेना
आने वाले समय में
तुम रह जाओगे
बीता हुआ
समय
Written by Shambhu sadharan
बाँध रखे हो
मुझे
मेरी ही जिंदगी के साथ
खड़े कर दिये हो
संघर्ष की दीवार
तुम कहो तो हँसूँ
तुम कहो तो रो दूँ
नचा रहे हो
कठपुतलीयों की तरह
मगर
देख लेना
आने वाले समय में
तुम रह जाओगे
बीता हुआ
समय
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