सजा
मेरे गुनाह की
कुछ ऐसे देती है
वो लङकी
कि मेरे गुनाह पर
वो कुछ नही कहती
और
उसकी खामौशी
के गर्भ से
जन्म लेता है
मेरा अपराध बोध
जो देता है मुझे
मेरे हिस्से की
सजा
Written by Dinesh harman
और
उसकी खामौशी
के गर्भ से
जन्म लेता है
मेरा अपराध बोध
जो देता है मुझे
मेरे हिस्से की
सजा
Written by Dinesh harman
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