ख्याल
आते है
रात भर
तेरे खनखते से सवाल पर
मुझे आवारगी से मोड़ कर
कर देते है तनहा
बहुत कुछ कह जाते है
अकेले मे
बस
किसी को नहीं कहे जाते
ये
ख्याल
written by दीपक खत्री 'रौनक'
आते है
रात भर
तेरे खनखते से सवाल पर
मुझे आवारगी से मोड़ कर
कर देते है तनहा
बहुत कुछ कह जाते है
अकेले मे
बस
किसी को नहीं कहे जाते
ये
ख्याल
written by दीपक खत्री 'रौनक'
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